Wednesday, March 25, 2009

फिजा और चांद

फिजा को अब मालूम हुआ होगा कि किसी पत्नी से उसके पति व मासूम बच्चों से उनके पिता को छीनने की पीङा कैसी होती है। प्यार के नाम पर पाखंड का परिणाम इतनी जल्दी मिल जाएगा यह उसने सोचा भी न होगा।

हां चांद को उसकी करनी का फल मिलना बाकी है।

समाज व कानून का मजाक बनाने वाले उसी समाज व कानून से मदद की अपेक्षा रखते हैं।

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